Ranchi/Dhanbad: झारखंड के धनबाद जिले में एक शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है जिसमें धनबाद के एक निजी स्कूल के प्रिंसिपल ने 80 छात्राओं को शर्ट उतार कर केवल ब्लेजर में घर जाने का आदेश दे दिया था

क्या कह रही है, झारखंड में विपक्ष में बैठी भाजपा

वहीं इस मामले को लेकर प्रदेश भाजपा ने कड़ी आपत्ति जताई है.प्रदेश भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि यह घटना झकझोर देने वाली और शर्मसार करने वाली है. राज्य सरकार इस घटना को कवर करने में लगी है भाजपा प्रवक्ता ने कहा अगर 24 घंटे के अंदर प्रिंसिपल की गिरफ्तारी और स्कूल पर कार्रवाई नहीं हुई तो भाजपा सड़क पर उतरेगी भाजपा प्रवक्ता ने साफ तौर पर कहा कि बच्चियों और उनके अभिभावकों के द्वारा डीसी के पास शिकायत करने के बावजूद भी अभी तक कड़ी कार्रवाई होती नहीं दिख रही यह चिंता का विषय है

क्या है कांग्रेस का पक्ष

 

वहीं इस पूरे मामले में सत्ता में शामिल कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता लाल किशोर नाथ शाहदेव ने कहा, स्कूल शिक्षा का मंदिर है और इसे राजनीति से दूर रखना चाहिए. हालांकि प्रशासन ने जाँच कमिटी बनाई है जांच के लिए और हम अपने स्तर से भी जांच कमेटी बनाकर जांच करेंगे, अगर स्कूल के प्रिंसिपल दोषी पाए जाएंगे तो उन पर भी कार्रवाई होगी.

 

हालांकि यह तो थे कांग्रेस के प्रवक्ता लेकिन इस पूरे मामले को लेकर जब हमने प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन पासवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से बात की तो उन्होंने भी जांच कमेटी बनाने की बात कही. हालांकि पूरे मामले में पासवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि प्रारंभिक जांच में आरोप निराधार लग रहे हैं, और इस मुद्दे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।

शिक्षकों की भूमिका केवल पढ़ाई तक सीमित नहीं है, बल्कि बच्चों को अनुशासन में रखना भी उनका कर्तव्य है। अनुशासन के बिना शिक्षा का महत्व अधूरा है। आजकल, हर छोटी बात पर अभिभावकों की तीखी प्रतिक्रियाएं स्कूल संचालन में बाधा उत्पन्न करती हैं, जिससे बच्चों को अनुशासनहीनता का गलत संदेश मिलता है। लेकिन यह भी आवश्यक है कि शिक्षक और विद्यालय के निर्णय न्यायसंगत हों।

इस पुरे मामले में क्या कह रही हैं प्राचार्य

विद्यालय की प्राचार्य ने स्पष्ट रूप से कहा है मैंने हमेशा छात्राओं के सम्मान और गरिमा का ध्यान रखा है लगाए गये आरोप पूरी तरह झूठे और दुर्भावनापूर्ण हैं। यह साजिश मेरी प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिए लिए रची गई है

पासवा की पहल

पब्लिक स्कूल्स एण्ड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन पासवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और घोषणा की है कि संगठन जल्द ही एक जांच समिति का गठन करेगा। यह समिति पूरी निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ मामले की जांच करेगी. आलोक कुमार दूबे ने कहा, “जब तक जांच पूरी नहीं होती, किसी को दोषी करार देना या उसके खिलाफ माहौल बनाना गलत है। निष्पक्ष जांच के बाद ही सच सामने आएगा।” मामले की गंभीरता को देखते हुए शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन में भी जांच शुरू कर दी है. हालांकि पासवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा विद्यालय में अनुशासन और पढ़ाई दोनों का संतुलन जरूरी है. अनुशासन बच्चों को जीवन के हर क्षेत्र में सफलता दिलाने में सहायक होता है. लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि विद्यालय को अनुचित कार्य करने की छूट दी जाय.

 क्या है पूरा मामला

हम आपको बता दें कि यह मामला धनबाद जिले के जोड़ा पोखर थाना क्षेत्र के डिगावाडीह के एक निजी स्कूल की है इस घटना को लेकर धनबाद की उपायुक्त माधवी मिश्रा ने बताया कि यह घटना बीते शुक्रवार की है जिस स्कूल में यह घटना घटी यह स्कूल धनबाद के जोड़ा पोखर थाने के डिगावाडीह के स्कूल में हुई है. अभिभावकों ने डीसी को दिये अपने शिकायत में साफ तौर पर कहा है कि परीक्षा देने के बाद दसवीं कक्षा के छात्र एक दूसरे के शर्ट पर कुछ संदेश लिखकर पेन डे मना रहे थे, इस पर प्रिंसिपल ने अपनी आपत्ति जताई और छात्राओं से अपनी शर्ट उतारने को कहा, हालांकि उन्होंने माफी भी मांगी. डीसी ने साफ तौर पर कहा की कई अभिभावकों ने प्रिंसिपल के खिलाफ शिकायत दर्ज की है और हमने पीड़ित लड़कियों से भी बात की है, प्रशासन ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लिया है, इस पूरे मामले की जांच के लिए एक जांच कमेटी गठित की गई है, इस जांच कमेटी में उप विभागीय मजिस्ट्रेट, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी, उप विभागीय पुलिस अधिकारी शामिल है. जांच कमेटी के रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई भी की जाएगी.

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