Ranchi: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता लाल किशोर नाथ शाहदेव ने भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष और सांसद आदित्य साहू द्वारा राज्यसभा में चाईबासा की घटना को लेकर लगाए गए सभी आरोपों को पूरी तरह से निराधार, राजनीति से प्रेरित और भ्रामक करार दिया हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा का यह प्रयास राज्य की लोकप्रिय और आदिवासी हितैषी सरकार को बदनाम करने की एक विफल कोशिश है।
लाल किशोर नाथ शाहदेव ने कहा कि चाईबासा में पोखरिया टाटा बायपास रोड पर स्थानीय लोगों की मांगें जायज थीं, लेकिन भाजपा समर्थित कुछ तत्वों ने शांतिपूर्ण विरोध को अराजकता और कानून व्यवस्था भंग करने के प्रयास में बदल दिया। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने और किसी भी बड़े हिंसक टकराव को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए।
लाठीचार्ज और आंसू गैस का प्रयोग अंतिम विकल्प के रूप में, और कानून के दायरे में रहकर किया गया था, ताकि सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान न पहुंचे और सड़क जल्द से जल्द बहाल हो सके।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि गठबंधन सरकार राज्य के आदिवासी, दलित और पिछड़े वर्गों के हितों के प्रति पूरी तरह समर्पित है। गठबंधन का ट्रैक रिकॉर्ड भाजपा से कहीं बेहतर है। भाजपा द्वारा गठबंधन सरकार को आदिवासी विरोधी कहना हास्यास्पद और उनके राजनीतिक दिवालिएपन का सबूत है।आदित्य साहू और भाजपा अपनी चुनावी हार की निराशा को छिपाने के लिए इस घटना का राजनीतिकरण कर रहे हैं।
लाल किशोर नाथ शाहदेव ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री (मधु कोड़ा) के साथ उपायुक्त द्वारा कथित दुर्व्यवहार का आरोप पूरी तरह से मनगढ़ंत है। प्रशासन संवैधानिक पदों पर रहे व्यक्तियों के सम्मान का पूरा ध्यान रखता है। उपायुक्त ने अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों का निर्वहन किया। अगर किसी को कोई शिकायत है, तो उन्हें मर्यादा में रहकर प्रशासन से संपर्क करना चाहिए। इस घटना को लेकर झूठा प्रचार करना भाजपा की गंदी राजनीति को दर्शाता है।
झारखंड के कांग्रेस प्रभारी के राजू के निर्देश पर कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की, मुख्य प्रवक्ता लाल किशोर नाथ शाहदेव , डॉ एम तौसीफ , संतानु मिश्रा 4 नवम्बर 2025 को चाईबासा ज़ाकर आंदोलनकारी से मिला था , और गिरफ़्तार लोगो की क़ानूनी सलाह और आर्थिक मदद की थी ।
