Ranchi: झारखंड राज्य के साथ-साथ भारत देश में भी सोरेन परिवार को कौन नहीं जानता है.शिबू सोरेन का जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था, जमींदारों द्वारा शोषण के विरुद्ध आंदोलन शुरू करते-करते झारखंड राज्य का गठन होने का श्रेय भी उन्हें प्राप्त हुआ. इस आंदोलनकारी नेता आदरणीय शिबू सोरेन जी से व्यक्तिगत रूप से मेरा बहुत अच्छा संबंध है, यह कहना है झारखंड टीएमसी के सचिव सह कार्यालय प्रभारी दयानंद प्रसाद सिंह का. इतना ही नहीं झारखंड टीएमसी के सचिव ने शिबू सोरेन के परिवार का बखान करते हुए कहा, इस आंदोलनकारी परिवार से आदरणीय सीता सोरेन आती है जो स्वर्गीय दुर्गा सोरेन की धर्मपत्नी और एक कद्दावर नेता भी हैं.
वहीं झारखंड में JMM के विस्तार के सवाल पर झारखंड टीएमसी के सचिव ने कहा, JMM के विस्तार में सोरेन परिवार का अहम योगदान रहा है. वर्तमान में कल्पना सोरेन भी अब विधायक बन चुकी हैं और राजनीति में सक्रिय हो गई हैं. हालांकि कल्पना सोरेन जब विधायक नहीं थीं, केवल वह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी की पत्नी थी तब वह उतनी सक्रिय तौर पर राजनीति में नहीं थीं, वहीं जब हेमंत सोरेन जेल गए उसके बाद उनके ट्विटर पर डाले गए पोस्ट में भावुकता के साथ, सधी हुई राजनीति भी दिखाई देने लगी. हालांकि अब तो कल्पना सोरेन भी विधायक बन चुकी है और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी अपना मुख्यमंत्री का दायित्व निभा रहे हैं
वहीं अगर वर्तमान समय में झारखंड की राजनीति की बात करें तो शिबू सोरेन की बड़ी बहू सीता सोरेन अब भाजपा में चली गई हैं, वह भी ऐसे समय में जब शिबू सोरेन जी की तबीयत खराब रहती है,ऐसे में उनका भाजपा में जाना मेरे हिसाब से कहीं से उचित नहीं था, हालांकि वह अपने निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं, आखिर उनका वहां जाने के पीछे क्या कारण है वह तो वही बता सकते हैं. लेकिन मेरे समझ और मेरे ख्याल से उन्हें अपनी विरासत को संभालनी चाहिए थी, भाजपा में जाने की अपेक्षा. हालांकि उनका भाजपा में जाने के पीछे क्या वजह है यह तो नहीं पता लेकिन अगर हेमंत सोरेन जेल में ना होते बाहर होते तो शायद सीता सोरेन भी आज JMM में ही रहती