RANCHI : झारखण्ड भाजपा ने आज झारखण्ड सरकार के मंत्री हफीजूल हसन की बर्खास्तगी की मांग को लेकर रांची की सड़कों पर उतर हेमंत सरकार के खिलाफ नारे लगाये. रांची के शहीद चौक से राजभवन तक हजारों कार्यकर्ताओ के साथ केंद्रीय मंत्रीअनपूर्णा देवी,संजय सेठ, झारखण्ड भाजपा के पदाधिकारी और स्वयं झारखण्ड के नेता प्रतिपक्ष ने मंत्री हाफिजल हसन के बयानों के खिलाफ नारे लगाते हुये पैदल मार्च किया.
वहीं इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व झारखण्ड भाजपा अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी,कार्यकारी अध्यक्ष डॉ रविंद्र कुमार राय, निवर्तमान अध्यक्ष एवम सांसद दीपक प्रकाश, प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह, प्रदेश महामंत्री एवम सांसद आदित्य साहू, डॉ प्रदीप वर्मा, विधायक सीपी सिंह,नवीन जायसवाल,उपाध्यक्ष राकेश प्रसाद,आरती कुजूर,जिलाध्यक्ष वरुण साहू,विनय महतो सहित प्रदेश और जिला के पदाधिकारी गणों ने किया।
वहीं इस पैदल मार्च में हजारों की संख्या में कार्यकर्ता शहीद चौक से राजभवन तक हेमंत सरकार विरोधी नारे लगाए। राज्य में शरिया कानून नहीं चलेगा,बाबा साहब का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान,भारत में रहना है तो संविधान मानना होगा। संविधान विरोधी इंडी गठबंधन गद्दी छोड़ो,हेमंत सोरेन गद्दी छोड़ो, तुष्टीकरण नहीं चलेगा, मंत्री हफीजूल हसन को बर्खास्त करो जैसे नारे लगा रहे थे।
राजभवन तक प्रदर्शन के बाद एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने आज राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा और मंत्री हफीजूल हसन को बर्खास्त करने की मांग की। वहीं मीडिया से बात करते हुए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि, देश में लोकतांत्रिक प्रणाली है. एक ओर जहां भारत की जनता ने बाबा साहब अम्बेडकर के संविधान को अंगीकार किया है, भारत के नीति निर्माताओं ने संविधान को प्रधानता दी है। वहीं दूसरी ओर शरीयत एक निजी मामला है जो राजकाज में लागू नहीं हो सकता।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि आज संविधान की बात करने वाले कांग्रेस झामुमो राजद के लोग मौन हैं।सरकार के मंत्री खुलेआम संविधान की अवमानना कर रहे। शरिया को प्रथम और संविधान को दूसरे दर्जे का मान रहे। इतना ही नहीं हेमंत सरकार को नसीहत देते हुए झारखंड बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि झारखंड को संविधान से चलाना मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की जिम्मेवारी है। और अगर किसी को शरीया ज्यादा पसंद है और उसके हिसाब से चलना है तो उसे मंत्रिमंडल से बाहर किया जाना चाहिए।
वहीं झारखण्ड बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ रविंद्र कुमार राय ने कहा कि भाजपा ने एक देश में दो विधान का विरोध अपने स्थापना काल से किया है। झारखंड भाजपा की तपोभूमि है और इसे शरीया से चलाने की साजिश करने वालों को पार्टी बर्दाश्त नहीं कर सकती। प्रदर्शन में शामिल केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि राज्य सरकार तुष्टीकरण के आकंठ में डूबी है। वोट बैंक की राजनीतिक परिणाम है कि संविधान की शपथ लेकर मंत्री बनने वाले संविधान की अवमानना करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे।
वहीं केंद्रीय मंत्री संजय सेठ ने कहा कि शासन प्रशासन को शरीया के हिसाब से चलाने की सोच रखने वालों का प्रजातंत्र में कोई स्थान नहीं है। ऐसे लोगों को कोई दूसरा विकल्प ढूंढना चाहिए।निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष एवम सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि धर्म के आधार पर देश का विभाजन कराने की मानसिकता के लोग आज भी देश में शरीया कानून का का सपना देख रहे। जिसे विफल करने केलिए भाजपा के कार्यकर्ता कमर कसकर तैयार हैं। भारत में जिन्हें रहना है उन्हें भारतीय विचारों,भारतीय संविधान को स्वीकार करना होगा।
वहीं झारखण्ड भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह ने कहा कि भाजपा सबका साथ, सबका विकास में विश्वास करती है लेकिन तुष्टीकरण की राजनीति नहीं करती। उन्होंने कड़ी धूप में प्रदर्शन में शामिल होने के लिए दूर- दूर से आए कार्यकर्ताओं का भी मार्गदर्शन किया।