RANCHI: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा 6 मई को आयोजित ‘संविधान बचाओ रैली’ की तैयारी अब निर्णायक चरण में पहुंच चुकी है। कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश के नेतृत्व में वरिष्ठ नेताओं, मंत्रियों, विधायकों, पदाधिकारियों द्वारा लगातार बैठकें, जनसंपर्क अभियान और डिजिटल कैंपेन के ज़रिए इस रैली को ऐतिहासिक बनाने की कवायद की जा रही है।

इसी कड़ी में आज कांग्रेस भवन, रांची में संविधान बचाओ रैली कंट्रोल रूम की एक महत्वपूर्ण बैठक आहूत की गई। बैठक में कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए जिनमें प्रमुख रूप से आलोक कुमार दूबे (महासचिव, झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी), लाल किशोर नाथ शाहदेव, डाॅ. राजेश गुप्ता, डाॅ. तौसीफ, सूर्यकांत शुक्ला, मंजूर अहमद अंसारी, जयशंकर पाठक, अभिलाष साहू, विनय सिन्हा दीपू, गजेन्द्र सिंह, राजन वर्मा, सुंदरी तिर्की, फिरोज रिजवी मुन्ना, प्रेमनाथ मुंडा, हिमांशू, प्रभात कुमार, और अजय कुमार सिंह उपस्थित थे।

बैठक में जिला अध्यक्षों एवं नोडल ऑफिसरों से सीधी बात की गई और उन्हें स्पष्ट निर्देश दिया गया कि सभी जिलों से कार्यकर्ताओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाए।
बेला प्रसाद रैली की तैयारियों की पल-पल की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।

रैली के लिए मंच निर्माण, ध्वनि व्यवस्था, चिकित्सा सहायता, कानून व्यवस्था, और विशेषकर सोशल मीडिया प्रसार पर पूरी गंभीरता से काम हो रहा है। संविधान बचाओ थीम पर आधारित पोस्टर, वीडियो और संदेश डिजिटल माध्यमों से आम जनों तक पहुँचाए जा रहे हैं ताकि इस रैली के उद्देश्य को हर नागरिक तक पहुंचाया जा सके।

संविधान बचाओ रैली को लेकर क्या कह रहे हैं झारखंड कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी

 

झारखण्ड कांग्रेस महासचिव आलोक कुमार दूबे ने कहा “यह रैली न केवल झारखंड बल्कि पूरे देश के लिए एक संदेश है कि संविधान से समझौता अब और नहीं होगा। भाजपा बार-बार लोकतंत्र की आत्मा को ठेस पहुंचा रही है। नेशनल हेराल्ड मामले में न्यायालय से क्लीन चिट मिलने के बाद भी कांग्रेस और राहुल गांधी को निशाना बनाया जा रहा है,जनता अब चुप नहीं बैठेगी।”

 

वहीं बैठक में मौजूद झारखण्ड कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता लाल किशोर नाथ शाहदेव ने कहा“यह रैली संविधान, लोकतंत्र और सामाजिक न्याय की रक्षा के लिए है। भाजपा सरकार द्वारा चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्था को पंगु बनाने की साजिशों को जनता अब बर्दाश्त नहीं करेगी। कांग्रेस हर मोर्चे पर संविधान की रक्षा के लिए खड़ी है।”

डाॅ तौसिफ ने कहा,“रांची की रैली देश में यह संदेश देगी कि संविधान तोड़ने वालों को जवाब झारखंड से मिलेगा। कांग्रेस की रैली सिर्फ राजनीतिक नहीं बल्कि नैतिक और वैचारिक लड़ाई का प्रतीक है। यह लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने की मुहिम है।”

वहीं डाॅ. राजेश गुप्ता ने कहा “आज का भारत जिस संविधान के दम पर चल रहा है, उसी को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है। हमारी यह रैली उस हर प्रयास के खिलाफ है जो लोकतंत्र को मिटाने की ओर अग्रसर है।”

वहीं बैठक में मौजूद सूर्यकांत शुक्ला ने कहा “यह रैली हर उस नागरिक की आवाज़ है जो संवैधानिक मूल्यों पर विश्वास करता है। कांग्रेस इसके लिए संघर्षरत है और आगे भी रहेगी।”

रांची की 6 मई की रैली अब सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक जनआंदोलन का रूप ले चुकी है। कांग्रेस का हर कार्यकर्ता इसके लिए संकल्पबद्ध है, और रैली के माध्यम से संविधान विरोधी ताकतों को स्पष्ट संदेश देने का कार्य किया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!