Ranchi:भाजपा के नेता बाबूलाल मरांडी द्वारा हेमंत सोरेन सरकार पर लगाए गए आरोपों पर पलटवार करते हुए झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव आलोक कुमार दूबे ने कहा कि भाजपा अब जनता को गुमराह करने की राजनीति कर रही है। जिनके शासनकाल में झारखंड की अस्मिता पर हमला हुआ, आदिवासियों की जमीन हड़पी जाने की साजिश रची गई, वे आज आदिवासी हितैषी बनने का ढोंग कर रहे हैं।
आलोक दूबे ने कहा कि सीएनटी/एसपीटी कानून में संशोधन लाकर भाजपा की सरकार आदिवासियों की जमीन हड़पना चाहती थी, लेकिन महामहिम राज्यपाल के हस्तक्षेप से वह बिल रद्द हो गया। उन्होंने कहा कि जो हमारी परंपरा, संस्कृति और पहचान पर आक्रमण करे, वही सच्चा आदिवासी विरोधी है और भाजपा ने यही काम किया।
आलोक दूबे ने कहा कि भाजपा के शासन में केवल विज्ञापन और भाषण का विकास हुआ था, जमीनी स्तर पर कुछ नहीं।आज झारखंड में सड़कों का विस्तार, ग्रामीण योजनाओं का पुनर्जीवन, और युवाओं के लिए रोजगार पोर्टल जैसी योजनाएँ चल रही हैं। भाजपा को विकास नहीं दिखता क्योंकि उनकी आँखों पर झूठ का चश्मा चढ़ा है।
भाजपा के शासनकाल में स्वास्थ्य व्यवस्था गयी थी चर्मरा, हेमंत सरकार सुधार में जुटी
आलोक दूबे ने कहा कि भाजपा के शासनकाल में राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई थी, अस्पतालों में डॉक्टरों की भारी कमी, उपकरणों का अभाव और दवाओं की किल्लत आम बात थी।इनके स्वास्थ्य मंत्री पैसा लेते हुए कैमरे में कैद हुए थे। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार उस बर्बादी को ठीक करने में जुटी है, जिसे भाजपा की सरकार ने वर्षों में नष्ट कर दिया।
भ्रष्टाचार का गढ़ थी भाजपा,चूहे बांध खाते थे और जनता रोती थी
आलोक दूबे ने तंज कसते हुए कहा कि भाजपा के शासन में “बांध चूहे खा जाते थे”, यह वही दौर था जब भ्रष्टाचार चरम पर था और जनता के पैसे को लूटा गया था। उन्होंने कहा कि जो पार्टी खुद भ्रष्टाचार में डूबी रही, वह अब दूसरों पर आरोप लगाना बंद करे।
भाजपा के बड़े नेता भी घाटशिला में हार से नहीं बचा पाएंगे, महागठबंधन की ऐतिहासिक जीत तय
आलोक दूबे ने कहा कि भाजपा अब जनता के बीच अपना जनाधार खो चुकी है। घाटशिला उपचुनाव में भाजपा के तमाम बड़े नेता और मुख्यमंत्री प्रचार में उतर चुके हैं, लेकिन जनता ठान चुकी है कि झामुमो-कांग्रेस गठबंधन की सरकार को भारी मतों से विजयी बनाना है। झारखंड की जनता जानती है कि किसने राज्य की अस्मिता की रक्षा की और किसने उसकी पहचान पर हमला किया।
आलोक दूबे ने कहा कि भाजपा हर चुनाव में धर्म और नफरत की राजनीति को हवा देती है।घाटशिला में कोई डेमोग्राफी बदलने की साजिश नहीं, बल्कि विकास और समावेशिता की राजनीति हो रही है।”भाजपा को अब समझ लेना चाहिए कि झारखंड की जनता नफरत नहीं, विकास चाहती है।भाजपा को हर चुनाव में सिर्फ घुसपैठिए नजर आते हैं और चुनाव के बाद सारे घुसपैठिए चले जाते हैं।
भाजपा को झारखंड की मिट्टी और अस्मिता की कद्र कभी नहीं रही
आलोक दूबे ने कहा कि भाजपा को न तो झारखंड की मिट्टी से लगाव है, न यहां की संस्कृति से।
उन्होंने कहा कि भाजपा सिर्फ सत्ता के लिए धर्म और जाति की राजनीति करती है, जबकि महागठबंधन की सरकार झारखंड के हर वर्ग — आदिवासी, दलित, पिछड़े और युवाओं के समग्र विकास के लिए काम कर रही है।

