Ranchi: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता लाल किशोर नाथ शाहदेव ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी द्वारा राज भवन का नाम ‘लोक भवन’ करने की पहल पर दिए गए बयान को जनता को भ्रमित करने वाला और हास्यास्पद बताया है।
लाल किशोर नाथ शाहदेव ने कहा कि बाबूलाल मरांडी और भाजपा नाम बदलने की राजनीति करती रही है, जबकि देश की जनता महंगाई, बेरोजगारी, और बदहाल अर्थव्यवस्था से त्रस्त है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रधान सेवक कहलाते हैं, लेकिन उनके फैसले सेवक की नहीं, बल्कि एक अहंकारी शासक की छवि पेश करते हैं। राजपथ को कर्तव्य पथ और प्रधानमंत्री आवास को लोक कल्याण मार्ग जैसे नाम देने से जमीनी हकीकत नहीं बदल जाती।
लाल किशोर नाथ शाहदेव ने सवाल किया कि क्या नाम बदलने से केंद्र सरकार की उन नीतियों में बदलाव आ जाएगा, जिनसे किसानों, युवाओं और मजदूरों को नुकसान पहुंचा है? अगर लोकतंत्र को मजबूत करना है, तो भाजपा को संस्थाओं को कमजोर करने और लोकतांत्रिक मर्यादाओं का उल्लंघन करना बंद करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि दिव्यांग जैसे शब्द के उपयोग को लेकर कांग्रेस हमेशा से संवेदनशील रही है, लेकिन नाम बदलने के पीछे की नीयत केवल भावनात्मक राजनीति करना है, न कि वास्तव में उनका जीवन स्तर सुधारना।
लाल किशोर नाथ शाहदेव ने जोर देकर कहा कि लोकतंत्र की मजबूती नाम बदलने से नहीं, बल्कि जनहित के कार्यों, पारदर्शिता, और जवाबदेह शासन से होती है। उन्होंने बाबूलाल मरांडी को सलाह दी कि वे नाम बदलने की राजनीति छोड़कर राज्य और देश के वास्तविक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करें।
