Ranchi: पासवा प्रदेश अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे ने माननीय मुख्यमंत्री महोदय,शिक्षा मंत्री और शिक्षा सचिव से झारखंड के बच्चों और शिक्षकों के हित में तत्काल संज्ञान लेते हुए कोचिंग संस्थानों को तत्काल प्रभाव से बच्चों को पढ़ना स्थगित करने का अनुरोध किया है। पासवा अध्यक्ष ने कहा कि पूरे राज्य में पारा 42 से 44 डिग्री हो चुका है और ऐसी स्थिति में घर में भी बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं की स्थिति गर्मी के प्रकोप से दयनीय बनी हुई है।
सरकार ने केजी से 12th के विद्यालयों के लिए तो विद्यालय तत्काल प्रभाव से बंद करने का आदेश जारी किया है, झारखंड के विद्यालय इस आदेश का अक्षरस: पालन करते हुए अपने विद्यालय बंद भी रखे हुए हैं, राज्य के सभी महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय भीषण गर्मी को देखते हुए बंद है किंतु यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है कि लगभग सारे कोचिंग संस्थान उनके लिए अलग से कोई आदेश न आने के कारण बच्चों का क्लास जारी रखे हुए हैं।मानवीय संवेदना और मानवीय आधार पर बच्चों के जान को जोखिम में डालते हुए इन्हें भी तत्काल मौसम के अनुकूल होने तक बच्चों का पठन पाठन स्थगित करना चाहिए था, किंतु निहित स्वार्थ हेतु बच्चों के जान को जोखिम में डालकर यह संस्थान अपना क्लास लगातार चला रहे हैं। वहीं कुछ निजी विद्यालय एसे हैं जो बच्चों को तो छुट्टी दे दिये हैं लेकिन शिक्षकों को लगातार बुला रहे हैं ऐसे में सोचने वाली बात यह है कि जब बच्चे वहां आ नहीं रहे हैं तो शिक्षक आखिर वहां जाकर किसे पढ़ाएंगे,बेवजह शिक्षकों को परेशान किया जा रहा है.कोचिंग संस्थान छात्रों को तो कुछ निजी विद्यालय शिक्षकों को परेशान कर रहे हैं
पासवा अध्यक्ष ने ऐसे कोचिंग संस्थानों और ऐसे निजी विद्यालयों पर कार्रवाई को लेकर कहा,झारखंड के जनकल्याणकारी सरकार को निश्चित रूप से तत्काल इस मुद्दे पर संज्ञान लेना चाहिए और विद्यालयों के साथ-साथ कोचिंग संस्थानों को भी सभी तरह की शैक्षणिक गतिविधियों पर रोक लगाने का आदेश पारित करना चाहिए. ताकि इन बच्चों की जान बचाई जा सके। वहीं जो निजी विद्यालय बच्चों को छुट्टी देकर शिक्षकों को बुला रहे हैं उन पर भी राज्य सरकार को संज्ञान लेना चाहिए कि जब बच्चों की छुट्टी हो गई है तो फिर इस भीषण गर्मी में टीचरों के बुलाने की क्या आवश्यकता है.