Ranchi: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता लाल किशोर नाथ शाहदेव ने भाजपा प्रदेश कार्यालय में ‘आत्मनिर्भर भारत’ को लेकर शुरू किए गए ‘स्वदेशी अभियान’ पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस प्रवक्ता ने भाजपा के दावों को इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश करने और कांग्रेस के 60 वर्षों के योगदान को नज़रअंदाज़ करने का प्रयास बताया है।
मुख्य प्रवक्ता लाल किशोर नाथ शाहदेव ने बाबूलाल मरांडी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा को यह समझने की जरूरत है कि आत्मनिर्भर भारत केवल हर घर स्वदेशी जैसे आकर्षक नारों से नहीं बनता, बल्कि इसके लिए ठोस और समावेशी आर्थिक नीतियों की आवश्यकता होती है। आज भाजपा जिस अर्थव्यवस्था की नींव पर खड़ी होकर ये आंकड़े पेश कर रही है, वह कांग्रेस के 60 वर्षों के शासन की ही देन है, जिसने देश के औद्योगिक और तकनीकी आधार को मज़बूत किया।
लाल किशोर नाथ शाहदेव ने भाजपा के इस आरोप को खारिज किया कि, कांग्रेस ने स्वदेशी आंदोलन को बल नहीं दिया। उन्होंने कहा कि स्वदेशी का विचार तो आज़ादी की लड़ाई का मूल आधार था, जिसे कांग्रेस ने शुरू से ही अपनाया। लेकिन आज भाजपा इसे केवल चुनावी टूल के रूप में इस्तेमाल कर रही है। भाजपा के नेता जानबूझकर भूल रहे हैं कि आज भारत ट्रैक्टर, बस, टेक्सटाइल, और रक्षा क्षेत्र में जो प्रगति कर रहा है, उसकी नींव पब्लिक सेक्टर यूनिट्स और पंचवर्षीय योजनाओं के माध्यम से कांग्रेस ने ही रखी थी।
किशोर नाथ शाहदेव ने प्राचीन भारत की जीडीपी में हिस्सेदारी के भाजपा के दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्राचीन इतिहास पर हमें गर्व है, लेकिन आज की अर्थव्यवस्था को 125 ईसा पूर्व के आंकड़ों से नहीं चलाया जा सकता। 1947 में देश की जो हालत थी, वह 200 वर्षों की औपनिवेशिक लूट का परिणाम था, न कि कांग्रेस के शुरुआती 60 वर्षों के शासन का। कांग्रेस ही वह पार्टी थी जिसने भारत को 136वें स्थान से निकालकर दुनिया की उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं में शामिल किया।
कांग्रेस प्रवक्ता किशोर नाथ शाहदेव ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री मोदी की नीतियां इतनी सफल हैं, तो भाजपा को ‘मेक इन इंडिया’ के निवेश के आंकड़ों के बजाय देश के आम नागरिकों को जवाब देना चाहिए “वे मोबाइल निर्यात की बात करते हैं, लेकिन क्या वे यह बताएंगे कि पिछले 10 सालों में बेरोजगारी दर कहां पहुंची है? क्या वे यह बताएंगे कि महंगाई ने आम आदमी का जीना कितना मुश्किल कर दिया है? ‘मेक इन इंडिया’ तभी सफल होगा जब युवाओं को रोज़गार मिलेगा, किसानों की आय बढ़ेगी और छोटे उद्योग नष्ट नहीं होंगे।
कांग्रेस प्रवक्ता ने दीपावली और छठ पूजा के दौरान भारत निर्मित सामग्री खरीदने की अपील का स्वागत किया, लेकिन यह भी जोड़ा कि राष्ट्रवाद और स्वदेशी की भावना को केवल त्योहारों तक सीमित रखना गलत है।
