Ranchi: लोक आस्था का महापर्व छठ, उदयाचलगामी सूर्य को अर्ध्य के साथ समाप्त हो गया। छठ व्रततियों ने 36 घंटे का उपवास सूर्य को अर्ध देकर समाप्त किया। वहीं आज समाजसेवी सह झारखंड टीएमसी के कार्यालय प्रभारी सह सचिव और बिरला हनुमान मंदिर के मुख्य संरक्षक
दयानंद प्रसाद सिंह ने छठी मैया से देश और राज्य के खुशहाली का आशीर्वाद मांगा उन्होंने इस मौके पर रजवासियों और देशवासियों को शुभकामना देते हुए कहा कि छठ का यह महापर्व सनातन धर्मावलंबियों के लिए आस्था का एक प्रतीक है। छठ पूजा की मान्यता ऐसी है कि दूसरे धर्म के लोग भी इस व्रत के तप को देखकर यह कहने पर मजबूर हो जाते हैं कि इससे बड़ा तप किसी धर्म में नहीं है । वहीं उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में अगर साक्षात कोई देव धरती पर विराजमान है तो वह सूर्य देव हैं, जिनकी उपासना मात्र से सभी रोगों से मुक्ति मिल जाती है और जो भी मनोकामनाएं होती है छठ माता के प्रभाव से वह भी पूर्ण हो जाती है
वहीं उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में अगर साक्षात कोई देव धरती पर विराजमान है तो वह सूर्य देव हैं, जिनकी उपासना मात्र से सभी रोगों से मुक्ति मिल जाती है और जो भी मनोकामनाएं होती है छठ माता के प्रभाव से वह भी पूर्ण हो जाती है.
वही छठ पूजा के अंतिम दिन आज दयानंद प्रसाद सिंह पूरे परिवार के साथ अपने आवास पर बनाए गए कृत्रिम तालाब में ही अर्ध देकर छठ मैया से आशीर्वाद प्राप्त किया
छठ महापर्व के इस मौके पर दयानंद प्रसाद सिंह अपने पुत्र करमचंद प्रसाद सिंह, पुत्रवधू मंजू देवी, पोती दिव्या कुमारी, मुकेश सिंह,खगेस महतो, सुलेखा कुमारी कार्तिक जी, विशाल,अंकित,लक्ष्मी देवी, पल्लवि व अन्य मौजूद रहे. सभी ने छठी मैया से अपनी मनोकामना पूर्ण होने का आशीर्वाद मांगा ।

